Human Rights Day अधिकृत सुरक्षितता: मानवाधिकार दिवस पर एक नजर:-
Human Rights Day मानवाधिकार एक समृद्ध, समरस, और समाजवादी समाज की नींव हैं। इन्हें सुरक्षित रखना और समृद्ध समाज बनाए रखना हम सभी की जिम्मेदारी है। मानवाधिकार दिवस के मौके पर, हम सभी को इस महत्वपूर्ण विषय पर विचार करने और समर्थन जता करने का एक अद्वितीय अवसर मिलता है।
मानवाधिकार क्या हैं? इस शब्द का अर्थ है “मानवों को जन्मजात स्वतंत्रता और अधिकारों की सुरक्षा”। सभी मानव बराबरी और न्याय के हकदार हैं, इसलिए हर किसी को इन हकों का उचित रूप से लाभ उठाना चाहिए।
मानवाधिकारों की सार्वभौम घोषणा इस वर्ष (UDHR) अपनी 75वीं वर्षगांठ मना रही है। संयुक्त राष्ट्र UN website की वेबसाइट के अनुसार, “सभी के लिए स्वतंत्रता, समानता और न्याय” 2023 में मानवाधिकार दिवस का आधिकारिक विषय है।
HISTORY OF HUMAN RIGHTS DAY
- द्वितीय विश्व युद्ध के बाद यह सुनिश्चित करने की मांग बढ़ रही थी कि संघर्ष के दौरान किए गए अपराध दोबारा न हों। 1948 में, संयुक्त राष्ट्र महासभा ने मानव अधिकारों की सार्वभौम घोषणा को मंजूरी दी।
- मानव अधिकारों की सार्वभौम घोषणा (यूडीएचआर) मानव अधिकारों के लिए मानदंड का प्रतीक है जिसे सभी देशों और व्यक्तियों को अपनाने की आवश्यकता है।
- मानवाधिकार दिवस पहली बार 1950 में UNGA संकल्प 423 के अनुसमर्थन के बाद शुरू किया गया था। सभी राज्यों और संबंधित संगठनों को इस दिन को चिह्नित करने और संकल्प के अनुसार यूडीएचआर की घोषणा को याद रखने के लिए कहा गया था।
- पिछले दस वर्षों में भेदभाव, विविधता, शिक्षा, स्वतंत्रता, गरीबी और समानता सहित महत्वपूर्ण विषयों को भी मानवाधिकार दिवस पर शामिल किया गया है।
TODAY IS HUMAN RIGHT DAY! ✊
— Inquirer (@inquirerdotnet) December 10, 2023
This celebration is a reminder always to speak the truth in the face of oppression and to promote dignity, freedom, and justice for all. pic.twitter.com/YUlw9jrTOx
Human Rights Day: मानवाधिकार दिवस
Human Rights Day: मानवाधिकार दिवस का चयन 10 दिसंबर को किया गया है, क्योंकि इसी दिन 1948 में “मानवाधिकारों की सार्वभौमिक घोषणा” की गई थी। इस घोषणा का मुख्य उद्देश्य सभी मानवों को उनके अधिकारों और स्वतंत्रता का आदान-प्रदान करना था।
मानवाधिकारों की समृद्धि के लिए हमें समृद्ध समाज बनाए रखना होता है, जिसमें जाति, धर्म, लिंग, रंग, भाषा या किसी भी अन्य कारण से किसी को भी भेदभाव नहीं किया जाता है। समाज में न्याय और समरसता के सिद्धांतों का पालन करके ही हम इस मुद्दे पर विजय प्राप्त कर सकते हैं।
समाज के हर व्यक्ति को शिक्षा, स्वास्थ्य, और आराम के अधिकार होने चाहिए। साथ ही, महिलाओं, बच्चों, और विभाजनबंधन से प्रभावित वर्गों को भी समानता का अधिकार होना चाहिए।
आज के समय में, डिजिटल युग में मानवाधिकारों का सुरक्षितता करना भी महत्वपूर्ण है। इंटरनेट और तकनीकी उपयोग का सही तरीके से उपयोग करने से ही हम व्यक्तिगत जीवन की गोपनीयता और सुरक्षा को बनाए रख सकते हैं।
Human Rights Day: मानवाधिकार दिवस के इस खास मौके पर, हम सभी को एक समृद्ध, समरस, और समाजवादी समाज की दिशा में कदम बढ़ाने का संकल्प लेना चाहिए। हमें सभी को मिलकर एक उच्चतम स्तर के मानवाधिकारों की सुरक्षा करने का कार्य करना होगा, ताकि हमारा समाज सच्चे और स्थायी समृद्धि की ओर बढ़ सके।
The right to a clean, healthy and sustainable environment is now a Universal Human Right.
— UNDP India (@UNDP_India) December 10, 2022
This #HumanRights Day, let’s #StandUp4HumanRights.
It's our environment. It's our right. pic.twitter.com/5FknLr7PH2
इस महत्वपूर्ण दिन पर, हम सभी को एक समरस और न्यायपूर्ण समाज की दिशा में मिलकर काम करने का आह्वान है, ताकि हम सभी एक सशक्त और समृद्ध समाज की दिशा में अग्रसर हो सकें। यह सिर्फ हमारी जिम्मेदारी ही नहीं, बल्कि हमारा कर्तव्य भी है।
इस Human Rights Day मानवाधिकार दिवस पर, हमें यह समझना चाहिए कि हर व्यक्ति को एक समान और आदर्श समाज में जीने का अधिकार है, और हमें इस उद्देश्य की प्राप्ति के लिए सक्रिय रूप से काम करना चाहिए।